Description
सिट्रीन रत्न (Citrine) के ज्योतिषीय लाभ
सिट्रीन रत्न, जिसे सुनेहला (येलो टोपाज़) या सुनहला क्वार्ट्ज भी कहा जाता है, एक शक्तिशाली और शुभ रत्न है। यह बृहस्पति ग्रह से जुड़ा होता है और ज्ञान, समृद्धि, आत्मविश्वास एवं सौभाग्य प्रदान करता है। इसे धारण करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सफलता आती है।
🔹 ज्योतिषीय एवं आध्यात्मिक लाभ:
- बृहस्पति ग्रह को मजबूत करता है और जीवन में स्थिरता लाता है।
- बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि करता है, जिससे व्यक्ति बेहतर निर्णय ले सकता है।
- नकारात्मक ऊर्जा, बुरी नजर और टोने-टोटके से सुरक्षा प्रदान करता है।
- धन और समृद्धि को आकर्षित करता है, जिससे व्यापार और नौकरी में सफलता मिलती है।
- आत्मविश्वास और संचार कौशल को बढ़ाता है, जिससे नेतृत्व क्षमता मजबूत होती है।
- यह व्यक्ति को आध्यात्मिक रूप से सशक्त करता है और ध्यान में सहायता करता है।
🔹 स्वास्थ्य लाभ:
- पाचन तंत्र, लिवर और पेट से जुड़ी समस्याओं को ठीक करता है।
- मानसिक तनाव, अवसाद (डिप्रेशन) और अनिद्रा से राहत दिलाने में मदद करता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) को मजबूत करता है।
- त्वचा, हड्डियों और थायरॉइड से जुड़ी समस्याओं में फायदेमंद होता है।
🔹 कैसे धारण करें?
- इसे गुरुवार के दिन तर्जनी उंगली में पहनना चाहिए।
- पहनने से पहले “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- शुभ प्रभाव बनाए रखने के लिए इसे नियमित रूप से साफ करें और शुद्ध जल से धोकर पहनें।
🔹 किन लोगों के लिए उपयुक्त है?
- व्यापारियों, शिक्षकों, वकीलों, सरकारी अधिकारियों और विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद।
- जिनका बृहस्पति ग्रह कमजोर है, उनके लिए यह रत्न विशेष लाभकारी होता है।
- वे लोग जो आत्मविश्वास की कमी, आर्थिक समस्याओं या मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं।
Reviews
There are no reviews yet.